हिन्दू बच्चों के उत्पीड़न की घटना बिजनौर जिले के भनेडा गांव में स्थित उच्च माध्यमिक स्कूल में सामने आई है। मुस्लिम शिक्षिका ने हिन्दू बच्चों को माथे पर तिलक लगाकर आने और चोट रखने से मना किया तो मामला परिवारों तक पहुंचा। बच्चों ने शिकायत की कि टीचर आयशा तनवीर मुस्लिम छात्रों से कहती हैं कि टोपी पहनकर आएं और नमाज जरूर पढ़ें। वहीं, हिन्दू समाज के बच्चों को तिलक और चोटी नहीं रखने की धमकियां देती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मुस्लिम शिक्षिका तनवीर आयशा पर पहले भी हिन्दू बच्चों को जानबूझकर परेशान करने के आरोप लग चुके थे। अब उसकी हरकतें ज्यादा बढ़ गईं तो इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई। क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा संचालित करने वाले खंड कारवा रोहित ने मीडिया को बताया कि भनेड़ा गांव के स्कूल में मुस्लिम टीचर कट्टरपंथी गतिविधियां करने में लगी थी। इस सम्बंध में हिन्दू समाज के लोग उन तक लगातार शिकायतें पहुंचा रहे थे।
स्कूल के प्रधानाध्यापक राजेन्द्र सिंह ने कहा है कि उनके यहां दो महिला टीचर हैं, जिनमें एक हिन्दू और दूसरी मुस्लिम हैं। उनके बीच आपस में विवाद भी रहता है। मुस्लिम टीचर ने बच्चों को तिलक लगाकर नहीं आने को कहा तो इस तरह की शिकायतें परिवारों तक पहुंचीं। पता होने पर उन्होंने टीचर को डांटा भी था। बच्चों से धार्मिक आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता। बिजनौर के जिला बेसिक शिक्षाधिकारी योगेन्द्र कुमार ने मीडिया को जानकारी दी है कि मामला संज्ञान में आते ही खंड शिक्षाधिकारी को प्रकरण की जांच सौंप दी है। आरोपी टीचर तनवीर आयशा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा टीचर मुख्त्यार अहमद व ऊषा की ववावेतन वृद्धि रोक दी गई है। बता दें इसी स्कूल में टीचर मुख्त्यार अहमद पर भी आरोप लगा है कि वह बच्चों को स्कूल टाइम में नमाज पढ़वाने पास की मस्जिद में ले जाते हैं। मुख्त्यार खुद भी स्कूल में टोपी-कुर्ता पाजामा पहनकर आते हैं।