रिपोर्ट के मुताबिक, मलयालम सिनेमा से जुड़े यौन शोषण के मामलों की जांच के लिए केरल सरकार ने एक एसआईटी गठित की थी, जिसने बुधवार को अलुवा में एक्ट्रेस के अपार्टमेंट में उसका बयान दर्ज किया था, जिसके बाद मराड पुलिस ने इस मामला दर्ज किया था। शिकाय में पीड़िता ने आरोपी सीपीआईएम विधायक पर महिलाओं की शील भंग करने के इरादे से उनके खिलाफ आपराधिक बल का प्रयोग सहित गैर जमानती वारंट के तहत केस दर्ज किया गया है।
वामपंथी विधायक के खिलाफ इंडियन पीनल कोड की धारा 376 (1), 452 और 354 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है।
CPI (M) विधायक के इस्तीफे की मांग तेज
यौन शोषण और रेप के मामले में केस दर्ज किए जाने के बाद मुकेश के इस्तीफे की मांग को विपक्ष ने तेज कर दिया है। इसके साथ ही सीपीआई नेता और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वूमेन (एनएफआईडब्ल्यू) की महासचिव एनी राजा ने भी अभिनेता के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि एक्टर विधायक के रूप में बने रहने के लिए उनके पास किसी तरह का नैतिक या कानूनी अधिकार नहीं है।
भले ही एन राजा कहती हैं कि इससे इससे राज्य सरकार की छवि पर भी असर पड़ेगा। वाम मोर्चा महिलाओं का पक्षधर है। लेकिन, एलडीएफ सरकार और सीपीएम के मंत्रियों का कहना है कि आरोपों के आधार पर नहीं, बल्कि जांच के निष्कर्षों के आधार पर ही हम कोई कार्रवाई करेंगे। यही बात आरोपी मुकेश के करीबी सहयोगियों का कहना है कि पार्टी ने मुकेश को पद छोड़ने के लिए नहीं कहा है।