जनजातीय लोगों के कन्वर्जन की कोशिश, सनातन धर्म की निंदा, हिरासत में 7 लोग

VSK Telangana    07-Apr-2025
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Jana Jathi

ओडिशा – झारखंड सीमा पर स्थित जनजाति बहुल केन्दुझर जिले के चम्पुआ प्रखंड के जाली गांव में श्रीराम नवमी के दिन ईसाई मिशनरियों ने सनातन धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए और जनजातीय लोगों को ईसाई मत अपनाने के लिए उकसाया। इस दौरान, धार्मिक भड़काऊ भाषण देने और हिंदू धर्म की निंदा करने के कारण ग्रामवासियों में आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों में गुस्सा देखे जाने के बाद हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे तथा प्रचार करने वाले ईसाईयों को प्रशासन के हवाले कर दिया । इस मामले में सात लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है जबकि एक व्यक्ति वहां से भाग निकला।

जानकारी के अनुसार जाली गांव में कुछ लोग ईसाईयत का प्रचार करने के लिए टेंट लगाकर बड़े-बड़े माइक लगाए गए थे । ये लोग बाहर से थे तथा वाहनों में यहां आकर इस तरह का कार्यक्रम कर रहे थे। वहां हिन्दू धर्म के बारे में आपत्तिजनक बातें कही जा रही थी । स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद हिन्दू संगठन के कार्य़कर्ता वहां पहुंचे। स्थानीय लोगों ने सात लोगों को पुलिस के हवाले किया। पुलिस ने प्रचार के लिए इस्तेमाल हो रहे ऑटो और माइक यंत्र को भी जब्त कर लिया।

जाली गांव के ग्रामीणों का कहना है कि ईसाईयत का प्रचार करने वाले यह लोग भोले-भाले जनजातीय लोगों को बहला-फुसलाकर ईसाइयत में कनवर्ट करने का प्रयास कर रहे थे। उन्हें प्रलोभन दिया जा रहा था । उन्हें यह बताया जा रहा था कि हिन्दू धर्म निकृष्ट धर्म है तथा यीशू के शरण में आने के बाद उनकी बीमारियां ठीक होने के साथ साथ-साथ जीवन में सुधार होगा । इस कारण अपने मूल को छोड़ कर यीशू के शरण में आ जाओ। वे स्थानीय जनजातीय लोगों को प्रलोभन भी दे रहे थे ।

ग्रामीणों ने पुलिस को दी सूचना

ग्रामीणों द्वारा पुलिस को शिकायत की गई है कि जाली ग्राम के बेहरा साहिर राजीव लोचन बेहरा और उनकी पत्नी बबिता बेहरा, टांगरपड़ा ग्राम की हेमलता मुंडा, सुषमा मुंडा, पाटना थाना क्षेत्र के तेली टांगरपड़ा ग्राम के जयसिंह सिंकू और उनकी पत्नी जेमा सिंकू, मयूरभंज जिले के करांजिया थाना क्षेत्र के सारंग गढ़ ग्राम के मधु चातार, ररुआं थाना क्षेत्र के राजा बसा ग्राम के मंगला गागराई, केन्दुझर के रायसुआं थाना क्षेत्र के मैदानेकेल ग्राम के बिनती बेहरा जाली गांव में अवैध कनवर्जन की कोशिश कर रहे थे । साथ ही वे स्थानीय क्षेत्र में शांति भंग करने की साजिश की थी। इस मामले में बारिया थाना में शिकायत दर्ज की गई है।

ऊंचे स्वर में हिन्दू धर्म की निंदा कर रहे थे

शिकायत में कहा गया है कि जाली गांव में किये जा रहे इस सभा में हिन्दू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बातें की जा रही थी और कहा जा रहा था ईसाईयत की सर्वश्रेष्ठ है । प्रशासन के बिना अनुमति के ये लोग माइक लगाया सथा । ये लोग माइक के जरिये ऊंचे स्वर में हिन्दू धर्म की निंदा व ईसाईयत में लोगों को लेने का प्रयास कर रहे थे । ये सारे लोग पहले से ही ईसाइयत में कनवर्ट हो चुके हैं । अब ये इस तरह के कृत्य के जरिये समाज में सांप्रदायिकता का बिष बीज बो रहे थे । इनके इस तरह के कार्य के कारण समाज में वैमनस्य बढ़ने के साथ-साथ सांप्रदायिक हिंसा होने की आशंका है। इस लिए ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के साथ साथ इनके पीछे की शक्तियों को भी बेनकाब किया जाए ।

पहले भी सामने आ चुके हैं मामले

ओडिशा – झारखंड सीमा पर स्थित केन्दुझर जिले के चंपुआ सब डिविजन में यह इस तरह का पहला मामला नहीं है । इससे पहले भी सुनापशी पंचायत में कुछ दिन पूर्व इस तरह की घटना सामने आया था जब ईसाई प्रचारक भोले भाले जनजातीय लोगों को कनवर्ट कराने का प्रयास कर रहे थे । वहां भी स्थानीय लोगों में आक्रोश देखे जाने के बाद वे वहां से भाग निकले थे । उस मामले में पुलिस द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई थी ।

ईसाई मिशनरियों की गतिविधियां बढ़ीं

हिन्दू जागरण मंच के ओडिशा के संगठन मंत्री तन्मय दाश ने पाञ्चजन्य से बातचीत में कहा कि ईसाई मिशनरियों की इस तरह की गतिविधि हाल में में बढी हैं। खास कर जनजातीय बहुल जिलों में वे भोले-भाले लोगों को इलाज व प्रलोभन के जरिये कनवर्ट कराने का प्रयास कर रहे हैं । ईसाई मिशनरियों के इस गैरकानूनी कार्य से समाज में वैमनस्य का भाव उत्पन्न हो रहा है। हिन्दू जागरण मंच मांग करता है कि प्रशासन ऐसे तत्वों पर कड़ाई से कार्रवाई करे। अन्यथा इसके खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।