ISI की नई रणनीति: यूट्यूबर्स और इन्फ्लुएंसर्स के जरिए भारत में जासूसी और नरैटिव बिल्डिंग......

VSK Telangana    07-Jun-2025
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पहलगाम आतंकी हमला और फिर उसके बाद भारतीय सेनाओं की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद से देश में लगातार पाकिस्तानी जासूसों की धर-पकड़ की जा रही है। इस दौरान एक खास पैटर्न देखने को मिला है और वो ये कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI भारत में उन लोगों को अपने साथ शामिल कर रही है, जो कि इंन्फ्लुएंसर और यूट्यूबर हैं। ऐसे लोगों के द्वारा भारत में ही नरैटिव बिल्डिंग करने का काम कर रही है। इस बात का दावा पंजाब पुलिस ने किया है।

लाइव हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि यूट्यूबर्स की लोकप्रियता, उनकी पहचान और सम्मानजनक छवि के कारण उन्हें उन जगहों पर भी पहुंच सुलभ हो जाती है, जहां तक आम लोग नहीं पहुंच पाते हैं। पर्यटन के बहाने ये यूट्यूबर्स संवेदनशील जानकारियों, जगहों आदि को रिकॉर्ड कर लेते हैं, जिसका फायदा आईएसआई उठाती है। इसके अलावा वो इन यूट्यूबर्स के फॉलोवर्स का इस्तेमाल करके अपने हिसाब से नरैटिव गढ़ने की कोशिश भी करती है।

यूट्यूबर्स की चर्चा क्यों?

हाल ही में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आऱोप में हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसके मोबाइल फोन से कई संवेदनशील जानकारियां जांच एजेंसियों को मिली थी। इसके बाद ओडिशा की यूट्यूबर प्रियंका से भी ज्योति के साथ कनेक्शन को लेकर पूछताछ की। अब हाल ही में पंजाब के रोपड़ के रहने वाले YouTuber जसबीर सिंह को भी पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह भी ‘Jaan Mahal Video’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाता है।

जिस प्रकार से ज्योति मल्होत्रा कई बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुकी, उसी तरह से जसबीर भी तीन बार पाकिस्तान गया था। वहां वो लाहौर की सड़कों पर गोलगप्पे खाते, घूमते देखा गया था। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि ये सब हनी ट्रैप औऱ नेटवर्क बिल्डिंग का हिस्सा है। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले में बीते एक माह के अंदर ही केवल पंजाब से ही 8 आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। इसमें सुनील कुमार, मोची का काम करता है औऱ हनी ट्रैप में फंसकर बठिंडा मिलिट्री बेस की जानकारी पाकिस्तान को दी। उसे 28 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था।

इसके अलावा 3 मई को अमृतसर से फलक शेर सिंह और सूरज मसीह, 8 मई को यामीन मोहम्मद और गजाला को, 12 मई को सिम विक्रेता नीरज कुमार, 12 मई को ही दर्ज का काम करने वाले रकीब को बठिंडा में सैन्य दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया गया, 15 मई को करणबीर सिंह और सुखप्रीत सिंह को ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी जानकारी लीक करने के मामले में गुरुदासपुर से किया गिरफ्तार, 3 जून को तरनतारन से गगनदीप उर्फ गगन व 3 जून को ही यूट्यूबर जसबीर को गिरफ्तार किया गया था।

खास बात ये है कि पाकिस्तान के निशाने पर अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोग हैं। जिन्हें, वह टार्गेट कर रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि अब आईएसआई लोगों को फंसाने के लिए डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल कर रही है।